दुर्गा पूजा ख़त्म हो गया। सड़कों पर उमड़ी भीड़ अपने-अपने घरों में सिमट गई। वे बैनर, पोस्टर, सजावट सबके सब धुँधले पड़ गये। जगह वही है, स्थान ज़रा भी नहीं खिसका, लेकिन एक सजी दुनिया खिसक गई।
मां दुर्गा और प्रभु श्री राम की असीम कृपा से मध्यप्रदेश के हृदय स्थल बालाघाट में विगत 63 वर्षों से महावीर सेवा दल समिति द्वारा प्रतिवर्ष दशहरा पर दशहरा चल समारोह का आयोजन अनुष्ठान पूर्वक किया जाता है।
शहर में साँझ उतरने का अहसास बहुत कम होता है। मैंने उतरती साँझ को क़रीब से महसूस किया है। जब गाँव में था, तो पिता बूंट ( चना) की रखवाली के लिए खेतों पर भेजते थे। होता यह था कि बूंट जब पकने को होता तो साँझ के समय झूंड के झूंड सुग्गे खेतों में…
बिहार पुलिस में महिलाओं की संख्या देश के अन्य राज्यों से ज्यादा है। दुर्गा पूजा के अवसर पर अपनी विभिन्न इकाइयों की उपलब्धियों व कार्यशैली को प्रदर्शित करने के लिए बिहार पुलिस इन दिनों सोशल मीडिया कैंपेन चला रही है। इस कैंपेन का मुख्य…