भारत की मस्जिदों में भी एक बार घूम लेते मोदी जी

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भारत के प्रधानमंत्री अभी भारत नहीं लौटे हैं. ब्रुनेई की यात्रा के बाद मोदीजी सिंगापुर की यात्रा पर निकल गए हैं.अभी आगे की इनकी विदेश दौरे की कोई खबर अभी नहीं है. फिलहाल मोदी देश में ही रहते हुए नजर आयेंगें.

ब्रुनेई की यात्रा करने वाले भारत के ये पहले प्रधानमंत्री हैं.अमूमन हर देश मोदी के स्वागत में बिछता ही है. हर देश इनकी ब्रांडिंग की चिंता करता है.ब्रुनेई ने भी जम के मोदीजी का स्वागत किया.खूब ढ़ोल-नगारे बजे. और तो और मोदीजी स्वयं यहाँ ढ़ोल बजाते नजर आये?वैसे इस तीसरे टर्म में यहाँ ज्यादा गाल बजाने की स्थिति भी नहीं है.मोदी जी की इवेंटधर्मिता का क्या कहना. जहाँ रहेंगें वहां इवेंट ही इवेंट होगा.

यहाँ अब कुछ नहीं होना है जो कुछ होगा,वह अब विदेश में ही होगा.बजाने के लिए अब ढ़ोल ही शेष है. ढ़ोल अपने पीटे या इनके भक्त पीटे, चिढ़ाने जैसी आवाज ही आ रही है. देश की स्थिति यहाँ ऐसी कि स्वीपर की नौकरी के लिए आज 46000 स्नातक और स्नाकोत्तर छात्रों ने आवेदन किया है. यह खबर इनके ही हरियाणा की सैनी-हुकूमत की है.

मोदी जी आज सैफुद्दीन मस्जिद का मुआयाना कर रहे हैं.ब्रुनेई का यह मस्जिद यहां के 28 वें सुल्तान उमर अली सैफुद्दीन तृतीय के नाम पर है.मोदीजी वहां तो मस्जिद में सजदा कर रहे हैं? पर इधर भारत के शिमला में इनके भक्तों द्वारा अभी-अभी एक मस्जिद पर धावा बोला है.मस्जिद तोड़ने के लिए यहां भारी भीड़ उमड़ी है.

गाय के नाम पर मुसलमान क्या,अब हिन्दू भी मारे जाने लगे हैं.आर्यन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. गौ-तस्करी की शंका हुई इनके गोभक्तों को, और इसी शंका के आधार पर इन्हें गोलियों से भून दिया गया.ट्रेन में भी थैला चेक हो रहा है कि इसमें गोमांस तो नहीं?दाढ़ी देखकर ट्रेन में लोग धकियाये जा रहे हैं.मॉब लिंचिंग का खेल जारी है.मुस्लिम बहू बेटियों के साथ क्या हो रहा है इसे भक्तों द्वारा जारी किये गए विडिओ से देखा जा सकता है.यह हमारे समाज के लिए भस्मासुर साबित होने वाला है. इनसे हिन्दू बहु बेटियां भी सुरक्षित नहीं रहेंगी. ऐसी घटना अब देखने को मिलने लगी है.

मुझे लगता है कि मोदी जहाँ जाए अपने इन दुलरुओं को साथ लेते जाएँ? सच है कि मोदी जी कितनों को लेकर इधर-उधर घूमते रहेंगे?जब इनके मुख्यमंत्री ही मर्यादा तोड़ रहे हों तो इन आम वहसी भक्तों को कैसे रोका जाएगा?क़ानून व्यवस्था का ऐसा निजीकरण अफ़सोसजनक है. ऐसा लगता है क़ानून व्यवस्था इसी बजरंगी-सेक्टर को आउटसोर्स कर दिया गया है. ये बजरंगी भाईजान किसी की भी जान लेने को देश में स्वतंत्र हैं.

आप विश्व शांति के लिए घूम रहे हैं अच्छी बात है पर यहाँ की शांति व्यवस्था भी तो देख लें?आप को पुतिन से बात करनी ही चाहिए,पर अपको अपने पाले हुए लोगों से भी बात करनी चाहिए कि देश में ऐसी उदंडता न दिखाएं? ऐसी शर्मनाक हड़कतों को देख शर्म से देश का माथा झुक जा रहा है? खैर क्या चाहते हैं आप?ब्रुनेई के सुल्तान के वचन ही यहां के संविधान हैं. जो कह दिया वही क़ानून है ब्रुनेई का? क्या भारत भी इसी मार्ग पर चलेगा?

जब आप प्रधानसेवक बने थे तभी 2014 में यह पूर्वी एशिया का देश बना था. लेकिन अपनी क़ानून व्यवस्था के कारण आज यह एक मजबूत देश बन गया है.जैसी अराजकता आज यहां है उससे देश मजबूत नहीं होगा.ब्रुनेई भी कभी हिन्दू राष्ट्र था.आज इसका इस्लामी करण हो गया है.
देश की एकता अखंडता मजबूत नहीं होगी जबतक यहां गैरबराबरी और विषमता होगी. देश यहां कारपोरेट के जाल में फंसा हुआ है. देश का पूरा संसाधनों मुट्ठी भर लोगों के खजाने में कैद है. देश के दलित वंचितों पिछड़ों पर कुछ बोल नहीं रहे हैं. तिगुनी ताकत से यह आपकी तीसरी सरकार चलेगी पर कुछ होता हुआ नहीं सिख रहा है. आप विदेश से सकुशल लौटें, मंगलमय कामना है. आशा है कि इस मुल्क के मंगलमय वातावरण के निर्माण के लिए भी थोड़ा वक्त निकालेंगें?

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