प्रशांत किशोर के नाम एक चिठ्ठी

आपके सामने इस जन शक्ति को एक ऐसे प्रतिरोधात्मक शक्ति के रूप में विकसित करने का सुनहला मौका था। जनता की यह प्रतिरोधातत्मक शक्ति से सर्व ग्रासी पूंजीवादी व्यवस्था को उखाड़ा जा सकता था। समानता और भाईचारे के आधार पर एक नई समाज व्यवस्था स्थापित…

बुद्ध, कामना और विश्व युद्ध

विश्व शांति खतरे में है। अमेरिका, ब्रिटेन भी आंखें दिखा रहा है। दुनिया में मरने मारने के हथियार द्वितीय विश्व युद्ध से हजार गुणा बढ़ा हुआ है। आम जीवन से लेकर ख़ास जीवन में कामनाओं का साम्राज्य है।

हरियाणा में भाजपा की हार के मायने

हरियाणा यानी हरित प्रदेश यानी खेती किसानी का पर्याय ही है. भाजपा सरकार की नीतियाँ किसानों को पसंद तो आयी नहीं, ऊपर से प्रताड़ना अधिक झेलनी पडी? किसानों को लेकर भाजपा सरकार की बड़ी हठधर्मिता रही है.

भजनलाल सरकार ने दिया, OPS लागू रहने के संकेत

राजस्थान में गहलोत की सरकार ने अपने समय में ओल्ड पेंशन स्कीम शुरू की थी. जिसके बाद अनुमान लगाया जा रहा थी कि भजन लाल सरकार इसे खत्म कर देगी. लेकिन भजनलाल सरकार ने योजना खत्म न होने के संकेत दिए है.

बिहार में बाढ़ पीड़ितों का हक मार रहे अधिकारी

बाढ़ पीड़ितों के लिए चलाए जा रहे समुदाय किचन की जांच की और अन्य सरकारी सुविधाओं का भी जायजा लिया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि सभी बाढ़ग्रस्त क्षेत्र में सरकारी सुविधा के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है।

अंधेरे में आँख

शिक्षा तो राजनीति के शिकार है। जबकि शिक्षा को ही राजनीति का मार्गदर्शक होना चाहिए। लेकिन वह मार्गदर्शक कैसे होगी

हरियाणा का सियासी महाभारत

हरियाणा आज अपने भविष्य निर्माताओं का चुनाव कर रहा है। चुनाव में होश और विवेक की अपेक्षा की जाती है। अक्सर इसके विपरीत ही जनता का व्यवहार सामने आता है। अमूमन जनता बदलाव के पक्ष में खड़ी होती है। पब्लिक परिवर्तन ही पसंद करती है। रिपीट का मतलब…

प्रशांत का जन सुराज: एक गोदी-मूवमेंट

सामाजिक-न्याय के सवाल पर प्रशांत मौन क्यों है? क्या जन सुराज का राजनीतिक बदलाव ही बिहार के सांस्कृतिक-बदलाव का आधार बनेगा? इस प्रशांत-रेखा को समझना जरूरी है. प्रशांत यही साबित करना चाहते हैं कि जिस समूह के पास धन होगा और ऊँची पहुँच होगी,…

क्रांति की भ्रूणहत्या के अपराधी

देश है, यहाँ क्रांति की दुंदुभी बजती ही रहती है। मैं भी कई बार इस दुंदुभी के शिकार हुआ। दुंदुभी मोहती तो है ही। 1974 में यह दुंदुभी बहुत ज़ोर से बजी थी। अनेक युवाओं की जवानी इस पर भेंट चढ़ गई।