कटिहार, स्वराज खबर। कटिहार पुलिस ने बीते दिनों डंडखोड़ा थाना क्षेत्र से दो अपराधियों की गिरफ्तारी की थी। जिसमें गिरफ्तार आरोपी के यहां से हथियार के साथ-साथ रजिस्ट्री ऑफिस से गायब हुए मूल दस्तावेज भी बरामद हुए थे। इस मामले में आरोपी ने राजफ खान उर्फ भास्कर खान नाम के भू-माफिया की संलिप्तता बताई थी।
पुलिस ने रजिस्ट्री कार्यालय पहुंचकर रजिस्ट्रार से की पूछताछ
रिकॉर्ड रूम से कई मूल दस्तावेज हुए थे गायब
शक के घेरे में डाटा आपरेटर हरिप्रसाद
रजिस्ट्रार अजय कुमार ने बताया कि बीते दिनों भी कुछ दस्तावेज के गायब होने की उन्हें सूचना मिली थी। पुलिस को इस मामले की जानकारी दी गई थी। फिलहाल इस पूरे मामले में एएसपी सह सदर एसडीपीओ अभिजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में रजिस्ट्री कार्यालय के रिकॉर्ड रूम के साथ-साथ कार्यलय कर्मी से भी पूछताछ की गई। सदर एसडीपीओ फिलहाल इस मामले की जांच कर रही हैं। आगे बड़े रैकेट का खुलासा हो सकता है। सबसे अहम बात जांच के दौरान यह रही कि जिस डाटा आपरेटर हरिप्रसाद उर्फ राजा किसनगंज निवासी के मिलीभगत का पुलिस को शंका है वह बिना सूचना के अनुपस्थित रहे।
जानकारी हो कि भू-माफिया ऐसे लोगों को टारगेट करते हैं जो बाहर रहते हैं और रिकॉर्ड रूम से उनके मूल दस्तावेज गायब करके उसे कार्यालय कर्मी और अंचल कार्यालय कर्मी के सहयोग से नकली दस्तावेज तैयार कर जमीन की अवैध तरीके से रजिस्ट्री करवा लेते हैं। यह खेल काफी दिनों से चल रहा है। अगर पुलिस वर्तमान समय के अवर निबंधन पदाधिकारी के कार्यकाल की जांच करे तो सरकारी राजस्व की क्षति, अवैध कारोबार, भष्ट्राचार, शोषण, अनियमितता, दलालों से मिलीभगत, घूसखोरी के कई गंभीर मामले सामने आ सकते हैं। कांग्रेस, राजद, वीआईपी व अन्य संगठन के नेता व कार्यकर्ता ने बताया कि अगर पुलिस बेहतर तरीके से जांच पड़ताल करेगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। अब सबों की आशा भरी निगाहें सदर एसडीपीओ की जांच पर टिकी हुई हैं।